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श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ स्थापना वर्ष: 2011 संस्थापक: परम पूज्य श्री रणछोड़ दास जी महाराज संचालन: श्री सदगुरु सेवा समिति स्थान: सदगुरु नगर, आनंदपुर, लटेरी, जिला विदिशा – 464114, मध्य प्रदेश वर्तमान छात्र संख्या: 100 से अधिक
श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ एक पावन गुरुकुल परंपरा को आगे बढ़ाते हुए वेद, संस्कृत, और सनातन धर्म की मूल शिक्षाओं के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार हेतु समर्पित संस्थान है। यहाँ विद्यार्थियों को पारंपरिक वैदिक शिक्षा के साथ जीवन मूल्यों की भी प्रेरणा दी जाती है। यह संस्था श्री सदगुरु सेवा समिति द्वारा संचालित होती है और आत्मिक, शैक्षणिक तथा सांस्कृतिक उन्नयन का केंद्र है।
"संस्कृतं जीवस्य मूलं अस्ति। या भाषा न केवल वाणी का माध्यम है, अपितु चिंतन की शुद्धि, आचरण की पवित्रता और आत्मा की अभिव्यक्ति है। संस्कृत वह ज्योति है, जो मानव के अंतःकरण को आलोकित करती है।"
संस्कृत भाषा कोई मात्र पुरातन ग्रंथों की भाषा नहीं, अपितु यह जीवन के हर पहलू को दिशा देने वाली दिव्य वाणी है। हमारे ऋषियों-मुनियों ने इसी भाषा में वेद, उपनिषद्, शास्त्र, काव्य, दर्शन एवं आयुर्वेद जैसे अमूल्य ज्ञान को सुरक्षित किया। यह भाषा संयम सिखाती है, शांति सिखाती है, और मनुष्य को मनुष्यता की ओर ले जाती है।
संस्कृत पाठशाला की स्थापना का उद्देश्य केवल भाषा सिखाना नहीं, बल्कि भारत की आत्मा से जुड़ने का माध्यम देना है। मेरी शुभकामनाएँ हैं कि पाठशाला आने वाली पीढ़ियों को संस्कृत के माध्यम से अपने सांस्कृतिक गौरव से जोड़ती रहे।
आइए, हम सब मिलकर यह संकल्प लें – "संस्कृतं शरणं गच्छामि। संस्कृतं जीवनं मम।"
"संस्कृतं नाम दैवी वागनव्यक्ता महेश्वरात्" – यह वाणी हमें स्मरण कराती है कि संस्कृत केवल भाषा नहीं, अपितु हमारी सांस्कृतिक आत्मा की अभिव्यक्ति है। संस्कृत पाठशाला का मुख्य उद्देश्य इसी दिव्य धरोहर को पुनर्जीवित करना, संरक्षित करना और जनसामान्य तक पहुँचाना है।
हमारी पाठशाला में हम न केवल भाषा-शिक्षण पर बल देते हैं, अपितु संस्कृत साहित्य, वेद, उपनिषद्, व्याकरण, नाट्यशास्त्र एवं अन्य अनेक शास्त्रों की गूढ़ता को सरल एवं आधुनिक पद्धतियों के माध्यम से प्रस्तुत करने का प्रयत्न करते हैं। विद्यार्थियों को केवल पाठ्य ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों, विचारशीलता एवं सांस्कृतिक गौरव से भी समृद्ध किया जाता है।
मैं समस्त शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं सहयोगियों को धन्यवाद देती हूँ, जिनके सतत प्रयासों से यह संस्थान प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आइए, हम सब मिलकर संस्कृत को जीवंत रखें और इसे भावी पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बनाएं।
आचार्य शिवनरेश जी संस्कृत साहित्य एवं व्याकरण के प्रतिष्ठित विद्वान हैं, जो अपने अनुशासित जीवन, सरल स्वभाव, एवं गंभीर अध्ययनशीलता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने म.पा. विश्वविद्यालय उज्जैन से गहन अध्ययन कर संस्कृत भाषा के गूढ़तम पक्षों को आत्मसात किया है।
वर्तमान में वे श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ में आचार्य के रूप में सेवा प्रदान कर रहे हैं, जहाँ वे विद्यार्थियों को पाणिनीय व्याकरण, भाषा संरचना, एवं पारंपरिक शास्त्रीय अध्ययन में निपुण बना रहे हैं। उनका शिक्षण न केवल ज्ञान आधारित होता है, बल्कि जीवनमूल्यों एवं आत्मविकास की दिशा में भी प्रेरणा प्रदान करता है।
वे विद्यार्थियों के लिए सदैव सहज उपलब्ध रहते हैं, और उनके मार्गदर्शन से अनेक शिष्यों ने शास्त्रीय क्षेत्र में विशेष ख्याति प्राप्त की है।
आचार्य कुलदीप पाण्डेय जी संस्कृत साहित्य के एक प्रतिष्ठित विद्वान हैं, जिन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (वाराणसी) से संस्कृत साहित्य में उच्च अध्ययन प्राप्त किया है। गूढ़ शास्त्रीय विषयों में उनकी पकड़ एवं समर्पित अध्ययनशीलता उन्हें विद्वत्समाज में विशेष स्थान प्रदान करती है।
वर्तमान में वे श्री सदगुरुसंकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ में आचार्य के रूप में सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं, जहाँ वे विद्यार्थियों को संस्कृत साहित्य के गूढ़ तत्वों में पारंगत बनाने हेतु प्रेरित करते हैं।
उनका स्वभाव सरल, अनुशासित और शिष्यवत्सल है, जिससे विद्यार्थीगण उनसे आत्मीयता का अनुभव करते हैं। आचार्य जी की शिक्षण शैली में पारंपरिक पद्धति का गूढ़ ज्ञान एवं आधुनिक दृष्टिकोण का समन्वय स्पष्ट झलकता है।
संस्कृत साहित्य के प्रति उनकी निष्ठा और जीवन की साधना उन्हें इस क्षेत्र में एक आदर्श विद्वान के रूप में प्रतिष्ठित करती है।
आचार्य प्रदीप शुक्ल जी एक प्रतिष्ठित विद्वान हैं, जिनकी विशेषज्ञता ज्योतिष और दर्शन शास्त्रों में है। उन्होंने इन विषयों में गहन अध्ययन और साधना के माध्यम से विद्वत्समाज में अपना विशिष्ट स्थान स्थापित किया है।
वर्तमान में वे श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ में आचार्य के रूप में कार्यरत हैं, जहाँ वे विद्यार्थियों को ज्योतिष और दर्शन के गूढ़ सिद्धांतों का शिक्षण प्रदान करते हैं। उनकी शिक्षण शैली में पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक दृष्टिकोण का समन्वय स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है, जिससे विद्यार्थी जटिल विषयों को भी सहजता से समझ पाते हैं।
आचार्य जी का स्वभाव सरल, अनुशासित और शिष्यवत्सल है, जो उन्हें विद्यार्थियों के बीच अत्यंत प्रिय बनाता है। उनकी विद्वत्ता और समर्पण उन्हें संस्कृत विद्या के क्षेत्र में एक प्रेरणास्पद व्यक्तित्व बनाते हैं।
श्री अमित कुशवाह एक समर्पित संगणक शिक्षक हैं, जिनका उद्देश्य छात्रों को केवल तकनीकी ज्ञान देना नहीं, बल्कि उन्हें डिजिटल युग के लिए मानसिक रूप से तैयार करना भी है। उनका मानना है कि संगणक (कंप्यूटर) न केवल करियर का माध्यम है, बल्कि यह विचारों को आकार देने और नवाचार को प्रोत्साहित करने का सशक्त उपकरण भी है।
🗓 दिनांक: 01 जुलाई 2025 🏛 श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ"विद्यया अमृतमश्नुते" (विद्या के माध्यम से ही अमृत स्वरूप ज्ञान की प्राप्ति होती है)संस्थान में प्रवेश सत्र 2025–26 के पावन आरंभ पर हम सब एक नवीन यात्रा की ओर अग्रसर हो रहे हैं। यह न केवल शिक्षा का प्रारंभ है, अपितु संस्कार, साधना और आत्मविकास की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम है।दिनांक 01 जुलाई 2025 को आयोजित "प्रवेश उत्सव" एक शुभ अवसर है, जहाँ नवागत विद्यार्थियों का स्वागत, प्रेरणा, तथा गुरुवर्यों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। यह पर्व हमें परंपरा और नवचेतना के संगम का स्मरण कराता है।आइए, हम सब मिलकर इस पावन आयोजन को सार्थक बनाएं और नवप्रवेशित शिष्यवृंद को ज्ञानयात्रा में उन्नति का आशीष प्रदान करें।🙏
श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ परिवार
Vedic philosophy seminar
June 1, 2026at12:00 PM
Explore the depths of Vedic philosophy with us in an inspiring seminar.
What some recent Students say about their experience with Shri Sadguru Sankalp Sanskrit Veda Vidyapeeth
संस्कृत, हमारी प्राचीनतम भाषाओं में से एक है, जिसे देववाणी भी कहा जाता है। यह भाषा केवल एक माध्यम नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपरा और ज्ञान का अमूल्य भंडार है। संस्कृत साहित्य में वेद, उपनिषद, रामायण, महाभारत, भगवद्गीता जैसे महान ग्रंथ सम्मिलित हैं, जो हमें नैतिकता, धर्म और जीवन के मूल्यों की शिक्षा देते हैं।
संस्कृत पाठशाला वह स्थान है जहाँ हम न केवल इस महान भाषा को सीखते हैं, बल्कि अपने संस्कारों, संस्कृति और सभ्यता से भी जुड़ते हैं। यहाँ पढ़ाई जाने वाली श्लोक, स्तोत्र, और व्याकरण न केवल हमारे ज्ञान को बढ़ाते हैं, बल्कि मन को भी शुद्ध और शांत करते हैं।
संस्कृत पाठशाला में हमें अनुशासन, आदर, सहिष्णुता और सहकार्य की भावना भी सिखाई जाती है। यह पाठशाला हमें एक अच्छा विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि एक उत्तम नागरिक बनने की प्रेरणा देती है।
मैं सौभाग्यशाली हूँ कि मुझे संस्कृत पाठशाला में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला। मैं सभी छात्रों से निवेदन करता हूँ कि वे संस्कृत भाषा को अपनाएँ और इसे गर्व के साथ आगे बढ़ाएँ।
श्री सद्गुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ मेरे जीवन के लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव रहा है। पारंपरिक शिक्षाओं और एक पोषणकारी वातावरण ने उसे न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी विकसित होने में मदद की है। मैं शिक्षकों के समर्पण और सीखने के व्यापक दृष्टिकोण के लिए वास्तव में आभारी हूँ।
श्री सद्गुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ में एक छात्र के रूप में, मुझे अपनी विरासत से गहरा जुड़ाव महसूस हुआ है। यहाँ मुझे जो ज्ञान मिलता है, वह सिर्फ़ पाठ्यपुस्तकों से कहीं बढ़कर है; यह मेरी आत्मा को समृद्ध करता है और मुझे अपनी जड़ों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। सहायक समुदाय सीखने को मज़ेदार और संतुष्टिदायक बनाता है।
श्री सद्गुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ में शामिल होना मेरे जीवन के सबसे अच्छे निर्णयों में से एक था। गुरुकुल प्रणाली न केवल शैक्षणिक विकास को बढ़ावा देती है बल्कि नैतिक और नैतिक मूल्यों को भी बढ़ावा देती है। मैंने जो मित्रताएँ बनाई हैं और जो ज्ञान प्राप्त किया है, वह अमूल्य है, जो इस अनुभव को वास्तव में अद्वितीय बनाता है।
विगत 3 साल से अध्ययन कर रहे है । हमारे गुरुकुल में प्रातः 4.00 बजे से रत्रि 10.00 बजे तक की दैनिक दिनचर्या है । जिसमें सर्वाङ्गीण विकास की दृष्टि से सभी नियमों का पालन किया जाता है ।
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छात्रावासीय संस्कृत पाठशाला – श्री सदगुरु संकल्प संस्कृत वेद-विद्यापीठ (विद्यालय व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने हेतु आपके सुझाव आमंत्रित हैं)कृपया कान्टैक्ट फार्म में अपनी प्रतिपुष्टि प्रदान करें ।
चैत्र शुक्लपक्ष त्रयोदशी पूज्य गुरुदेव जी का महानिर्वाण दिवस
April 10, 2025at7:00 AM
गुरु पादुका पूजन
परम पूज्य गुरुदेव श्री रणछोड़ दास जी महाराजमहाप्रयाण दिवस – चैत्र शुक्ल पक्ष त्रयोदशीपर सादर श्रद्धांजलि ,आज परिसर में पूज्य गुरुदेव भगवान जी का पादुका पूजन प्रातः संपन्न किया गया ।“हम सब निमित्त हैं, भगवान पूर्ण करेंगे।”गुरुदेव के ये अमूल्य वचन आज भी हमार...
कक्षा प्रथमा प्रथम वर्ष 6वी एवं 7वी का वार्षिक परीक्षाफल घोषित किया गया । एवं विद्यालय विकास योजनाओँ पर चर्चा की गई । अभिभावकों से फीडबैक प्राप्त किया गया ।
श्री सद्गुरु संकल्प संस्कृत वेद विद्यापीठ के छात्रों को लगातार 2023-24-25 में शास्त्रीय स्पर्धाओं पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार विद्यालय के शैक्षणिक उत्कृष्टता और संस्कृत शिक्षा के प्रचार में योगदान को मान्यता देता है। हम अपने विद्यार्थियों...
भारतीय योग संघ एवं हार्टफुलनेस संस्था द्वारा पुरुस्कृत
January 12, 2025at4:30 AM
राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद जयन्ती पर विद्यालय को संस्कृत भाषा एवं भारतीय संस्कृती को संरक्षित करने हेतु विभिन्न संस्थाओं द्वारा पुरुस्कृत किया गया ।